What is CAW/ Women Cell........& its Role............??????
Jan Chetna--The Public Awakening
Our Purpose is to Awaken the People of Nation. The Awakening will Motivate, Empower through Knowledge--- and will bring Solutions for Many of Big/ Small Problems/ Issues................... Manojj Kr. Vishwakarma, Social Activist, RTI Activist, Scientist & Founder-- Jan Chetna --The Public Awakening M--09253323118. .
Sunday, 8 September 2013
डेंगू का उपचार:
मै आपसे हाथ जोड़ कर प्रार्थना करता हूँ कि कृपया इसे जितना संभव हो शेयर करें.....
डेंगू का उपचार: आजकल डेंगू एक बड़ी समस्या के तौर पर उभरा है, पुरे भारत में ये बड़ी तेजी से बढ़ता ही जा रहा है जिससे कई लोगों की जान जा रही है l
यह एक ऐसा वायरल रोग है जिसका माडर्न मेडिकल चिकित्सा पद्धति में कोई इलाज नहीं है परन्तु आयुर्वेद में इसका इलाज है और वो इतना सरल और सस्ता है कि उसे कोई भी कर सकता है l
तीव्र ज्वर, सर में तेज़ दर्द, आँखों के पीछे दर्द होना, उल्टियाँ लगना, त्वचा का सुखना तथा खून के प्लेटलेट की मात्रा का तेज़ी से कम होना डेंगू के कुछ लक्षण हैं जिनका यदि समय रहते इलाज न किया जाए तो रोगी की मृत्यु भी सकती है l
यदि आपके आस-पास किसी को यह रोग हुआ हो और खून में प्लेटलेट की संख्या कम होती जा रही हो तो चित्र में दिखाई गयी चार चीज़ें रोगी को दें :
१) अनार जूस
२) गेहूं घास रस
३) पपीते के पत्तों का रस
४) गिलोय/अमृता/अमरबेल सत्व
अनार जूस तथा गेहूं घास रस नया खून बनाने तथा रोगी की रोग से लड़ने की शक्ति प्रदान करने के लिए है, अनार जूस आसानी से उपलब्ध है यदि गेहूं घास रस ना मिले तो रोगी को सेब का रस भी दिया जा सकता है l
- पपीते के पत्तों का रस सबसे महत्वपूर्ण है, पपीते का पेड़ आसानी से मिल जाता है उसकी ताज़ी पत्तियों का रस निकाल कर मरीज़ को दिन में २ से ३ बार दें , एक दिन की खुराक के बाद ही प्लेटलेट की संख्या बढ़ने लगेगी l
- गिलोय की बेल का सत्व मरीज़ को दिन में २-३ बार दें, इससे खून में प्लेटलेट की संख्या बढती है, रोग से लड़ने की शक्ति बढती है तथा कई रोगों का नाश होता है l यदि गिलोय की बेल आपको ना मिले तो किसी भी नजदीकी पतंजली चिकित्सालय में जाकर "गिलोय घनवटी" ले आयें जिसकी एक एक गोली रोगी को दिन में 3 बार दें l
यदि बुखार १ दिन से ज्यादा रहे तो खून की जांच अवश्य करवा लें l
यदि रोगी बार बार उलटी करे तो सेब के रस में थोडा नीम्बू मिला कर रोगी को दें, उल्टियाँ बंद हो जाएंगी l
ये रोगी को अंग्रेजी दवाइयां दी जा रही है तब भी यह चीज़ें रोगी को बिना किसी डर के दी जा सकती हैं l
डेंगू जितना जल्दी पकड़ में आये उतना जल्दी उपचार आसान हो जाता है और रोग जल्दी ख़त्म होता है l
मै आपसे हाथ जोड़ कर प्रार्थना करता हूँ कि कृपया इसे जितना संभव हो शेयर करें.
डेंगू का उपचार: आजकल डेंगू एक बड़ी समस्या के तौर पर उभरा है, पुरे भारत में ये बड़ी तेजी से बढ़ता ही जा रहा है जिससे कई लोगों की जान जा रही है l
यह एक ऐसा वायरल रोग है जिसका माडर्न मेडिकल चिकित्सा पद्धति में कोई इलाज नहीं है परन्तु आयुर्वेद में इसका इलाज है और वो इतना सरल और सस्ता है कि उसे कोई भी कर सकता है l
तीव्र ज्वर, सर में तेज़ दर्द, आँखों के पीछे दर्द होना, उल्टियाँ लगना, त्वचा का सुखना तथा खून के प्लेटलेट की मात्रा का तेज़ी से कम होना डेंगू के कुछ लक्षण हैं जिनका यदि समय रहते इलाज न किया जाए तो रोगी की मृत्यु भी सकती है l
यदि आपके आस-पास किसी को यह रोग हुआ हो और खून में प्लेटलेट की संख्या कम होती जा रही हो तो चित्र में दिखाई गयी चार चीज़ें रोगी को दें :
१) अनार जूस
२) गेहूं घास रस
३) पपीते के पत्तों का रस
४) गिलोय/अमृता/अमरबेल सत्व
अनार जूस तथा गेहूं घास रस नया खून बनाने तथा रोगी की रोग से लड़ने की शक्ति प्रदान करने के लिए है, अनार जूस आसानी से उपलब्ध है यदि गेहूं घास रस ना मिले तो रोगी को सेब का रस भी दिया जा सकता है l
- पपीते के पत्तों का रस सबसे महत्वपूर्ण है, पपीते का पेड़ आसानी से मिल जाता है उसकी ताज़ी पत्तियों का रस निकाल कर मरीज़ को दिन में २ से ३ बार दें , एक दिन की खुराक के बाद ही प्लेटलेट की संख्या बढ़ने लगेगी l
- गिलोय की बेल का सत्व मरीज़ को दिन में २-३ बार दें, इससे खून में प्लेटलेट की संख्या बढती है, रोग से लड़ने की शक्ति बढती है तथा कई रोगों का नाश होता है l यदि गिलोय की बेल आपको ना मिले तो किसी भी नजदीकी पतंजली चिकित्सालय में जाकर "गिलोय घनवटी" ले आयें जिसकी एक एक गोली रोगी को दिन में 3 बार दें l
यदि बुखार १ दिन से ज्यादा रहे तो खून की जांच अवश्य करवा लें l
यदि रोगी बार बार उलटी करे तो सेब के रस में थोडा नीम्बू मिला कर रोगी को दें, उल्टियाँ बंद हो जाएंगी l
ये रोगी को अंग्रेजी दवाइयां दी जा रही है तब भी यह चीज़ें रोगी को बिना किसी डर के दी जा सकती हैं l
डेंगू जितना जल्दी पकड़ में आये उतना जल्दी उपचार आसान हो जाता है और रोग जल्दी ख़त्म होता है l
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Nimbu...............Nimbu...........Nimbu................!!!!!!!!!!!!!!!!!!
Lemons are a powerful healing fruit that contain phenomenal antibiotic, antiseptic, and anti-cancer properties. Lemons are rich in vitamins C and B-complex and minerals such as iron, calcium, magnesium, silicon, copper, and potassium. They are considered to be a wonderful tonic and can help to cleanse and detoxify the entire body. Although lemons have an acidic taste they actually have a very strong alkaline reaction on the body and can help to alkalize blood, cells, lymph, organs, and tissues. Lemons are known to help destroy putrefactive bacteria in the mouth and intestines which can help alleviate flatulence, indigestion, and constipation. Lemons contain a compound called limonene which is used to dissolve gallstones and kidney stones and can help to fight oral, lung, skin, breast, stomach, and colon cancer. Lemons are also rich in bio-flavonoids which can significantly boost the immune system and reduce inflammation in the body. Lemon juice is known to be particularly beneficial for colds, coughs, sore throats, hiccups, ear infections, fevers, arthritis, heart disease, COPD, atherosclerosis, diabetes, high cholesterol, autoimmune disorders, stroke, and cancer. Topically, lemon juice is a great remedy for wrinkles, warts, toothaches, corns, sunburns, poison ivy, acne, psoriasis, and as a hair rinse and facial astringent. A tall glass of lemon water upon waking is an excellent way to hydrate and cleanse the body first thing in the morning. Fresh lemon in tea and green juice and added to salads, wraps, hummus, guacamole, and nori rolls is another great way to add this healing and nutritious fruit into your diet. Fresh lemons can be found at your local grocery and health food store.
Saturday, 7 September 2013
..जन हित में जारी!
- सुनो-सुनो-सुनो और ध्यान से सुनो......अगर किसी को अपना घर बिगाड़ना हो या फिर किसी पडौसी और रिश्तेदार से अपनी (अन्धरुनी छिपी हुई) दुश्मनी निकालनी हो तो, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित, आतंकवादी "धारा 498-A IPC व घरेलू हिंसा अधिनियम" के तहत जगह-जगह माहिला सैल (घर बिगाडू सैल) पूरे देश में स्थापित किये गए हैं, उसमें शिकायत जरुर दर्ज करायें, और अपने पडौसियों व रिश्तेदारों को भी "घर बिगाडू सैल" में जाने की सलाह जरुर दें, वैसे 99% यही उम्मीद हैकि घर अवश्य ही बिगड़ जाएगा, लेकिन फिर भी ना बिगड़े तो समझ लेना, ऊपर वाला इसमें जरुर टांग अडा रहा है, वर्ना भारत सरकार ने तो इस नेक काम (घरबार बिगाड़ने) में कोई कसर नहीं छोड़ रखी है......जन हित में जारी!
स्वाभिमान से जीने की इच्छा रखने वाले सभी देश वासियों से अनुरोध है कि 498-A का झूठा मुकदमा बनवाकर पूरे परिवार को बर्बाद करने वाली कुलटा औरत को कभी भी ना अपनाना....उसे तिल-तिल करके मरने के लिए माँ-बाप के भरोसे छोड़ देना चाहिए. फिरौती (black mail) देकर समझोता ना करें, फिरौती देकर समझोता करने से ही, देखा-देखी दूसरों के भी होंसले बुलंद हो रहें हैं और झूठे मुकद्दमे दर्ज हो रहें हैं.
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